Guruji Se Lagan Kathin Mere Bhai
गुरुजी से लगन कठिन मेरे भाई
गुरुजी से लगन कठिन मेरे भाई
ए लगन लगे रे बिना काज ना सरी है
जिव परले हो जाई
गुरुजी से लगन कठिन मेरे भाई ।।
एक बूंद बिना रटत पपीहरा
पिया पिया रट लागी
एक बूंद बिना प्यास ना बुझी है
हां और नीर नहीं भाई
गुरुजी से लगन कठिन मेरे भाई ।।
सत या गई सत्य देखण ने
और कछु नहीं लाई
ऐसी लगन राखो सतगुरु से
मिलता साहब हमारा
गुरुजी से लगन कठिन मेरे भाई ।।
एसा रे खेत बोया नर कोई
जहां चिड़िया नहीं लागे
और रुखाली करेगा नर साच्चा
वहां जीव चर जाई
गुरुजी से लगन कठिन मेरे भाई ।।
भुले नर घणा रे दन भूले
कौन करे चतुराई
कहे हो कबीरा ऐसी लो लावो
एजी भई सहज मिलेगा गुरु आई
गुरुजी से लगन कठिन मेरे भाई ।।
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